राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में पहले नागरिक अलंकरण समारोह में वर्ष 2025 के लिए 71 प्रतिष्ठित हस्तियों को पद्म पुरस्कार प्रदान किए। इनमें से चार पद्म विभूषण, 10 पद्म भूषण और 57 पद्मश्री प्रदान किया गया। डी नागेश्वर रेड्डी को चिकित्सा क्षेत्र में और डॉ लक्ष्मीनारायण सुब्रमण्यम को कला के क्षेत्र में योगदान के लिए पद्म विभूषण प्रदान किया गया। एमटी वासुदेवन नायर और ओसामु सुजुकी को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया।
पद्म भूषण से सम्मानित होने वालों में नंदमुरी बालकृष्ण, शेखर कपूर, भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान श्रीजेश पी आर शामिल हैं। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को मरणोपरांत यह पुरस्कार दिया गया। पद्मश्री से सम्मानित होने वालों में क्रिकेटर रविचंद्रन अश्विन, भारतीय स्टेट बैंक की पूर्व अध्यक्ष अरुंधति भट्टाचार्य शामिल हैं। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, अमित शाह सहित कई केंद्रीय मंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
ये पुरस्कार कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामले, विज्ञान और अभियांत्रिकी, व्यापार और उद्योग, चिकित्सा, साहित्य और शिक्षा, खेल और सिविल सेवा सहित विभिन्न विषयों और गतिविधियों के क्षेत्रों में दिए जाते हैं।
पदमश्री पुरस्कार से सम्मानित भारतीय स्टेट बैंक की पूर्व अध्यक्ष अरुंधति भट्टाचार्य ने आकाशवाणी समाचार से विशेष बातचीत में कहा कि उन्हें यह सम्मान जनधन योजना के विस्तार में उनकी भूमिका के लिए मिला है।
कला के क्षेत्र में पद्मश्री प्राप्त करने वाले एक अन्य पुरस्कार विजेता रोनू मजूमदार ने भारत सरकार के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके काम और समर्पण को मान्यता दी गई है।
कर्नाटक गायिका डॉ. के ओमनकुट्टी अम्मा को कला के क्षेत्र में योगदान के लिए पद्मश्री पुरस्कार मिला। उन्होंने आकाशवाणी के साथ काम करने के दिनों का स्मरण किया।
अमरीकी लेखक स्टीफन नैप भी इस साल पद्म पुरस्कार पाने वाले 71 लोगों में शामिल हैं। आकाशवाणी समाचार से बात करते हुए उन्होंने अपने काम को मान्यता देने के लिए सरकार को धन्यवाद दिया।