भारत ने पिछले दस वर्षों में 17 करोड़ दस लाख से अधिक लोगों को अत्यधिक गरीबी रेखा से सफलतापूर्वक बाहर निकाला है। विश्व बैंक की स्प्रिंग 2025 गरीबी और समानता रिपोर्ट के अनुसार, गरीबी रेखा से बाहर आने वाले लोगों में सबसे अधिक दो-तिहाई लोग पांच राज्यों-उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश से रहे।
ग्रामीण क्षेत्रों में, अत्यधिक गरीबी 2011-12 के 18 दशमलव 4 प्रतिशत से घटकर 2022-23 में 2 दशमलव 8 प्रतिशत रह गई। इसी अवधि के दौरान शहरी क्षेत्रों में गरीबी 10 दशमलव 7 प्रतिशत से घटकर मात्र 1 दशमलव 1 प्रतिशत रह गई।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ने विशेष रूप से 2021-22 से रोजगार वृद्धि में सकारात्मक रुझान देखा है।