गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि 2027 तक पूर्वोत्तर के सभी 8 राज्य रेल और हवाई संपर्क के माध्यम से दिल्ली से जुड़ जाएंगे। आज नई दिल्ली में एकता उत्सव- एक आवाज, एक राष्ट्र को संबोधित करते हुए, श्री शाह ने इस बात पर बल दिया कि केंद्र सरकार ने पर्यटन से लेकर तकनीक, खेल से लेकर अंतरिक्ष तक हर क्षेत्र में पूर्वोत्तर के लिए कई रास्ते खोले हैं। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार के तहत पूर्वोत्तर में हिंसक घटनाओं में 70 प्रतिशत और नागरिक हताहतों में 85 प्रतिशत की कमी यह दर्शाती है कि क्षेत्र में शांति की स्थापना के साथ-साथ सांस्कृतिक विकास भी हो रहा है।
श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अष्टलक्ष्मी के रूप में स्थापित करके पूरे भारत में पूर्वोत्तर की पहचान को एक नया आयाम दिया है। उन्होंने कहा कि आर्थिक और सांस्कृतिक विकास से लेकर खेल, शिक्षा, कृषि और उद्यमिता तक, हर क्षेत्र में पूर्वोत्तर के युवाओं के लिए असीमित अवसरों के द्वार खोलने का काम किया गया है। श्री शाह ने कहा कि पूर्वोत्तर पूरे भारत के लिए समृद्ध विरासत का अमूल्य खजाना है। उन्होंने कहा कि पूरा देश पूर्वोत्तर की विरासत पर गर्व करता है, पूर्वोत्तर के बिना भारत और भारत के बिना पूर्वोत्तर अधूरा है।
गृह मंत्री ने कहा कि वर्ष 2014 से अब तक पूर्वोत्तर में 10 हजार 5 सौ से अधिक उग्रवादियों ने अपने हथियार डाले हैं और वर्ष 2019 से 2024 के बीच इस क्षेत्र में 12 शांति समझौते हुए हैं। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में दशकों से कई विवाद चल रहे थे, लेकिन मोदी सरकार ने दो कदम आगे बढ़कर युवाओं को यह विश्वास दिलाया कि उनके लिए बहुत सारे अवसर उपलब्ध हैं। केंद्रीय गृहमंत्री ने हिंसा में लिप्त युवाओं से भी हथियार डालने और मुख्यधारा में शामिल होने की अपील की।
श्री शाह ने इस बात पर भी जोर दिया कि सभी के लिए खेल, उत्कृष्टता के लिए खेल, भारत में खेलों के विकास का आधार बन गए हैं।
असम राइफल्स द्वारा नॉर्थ ईस्ट एसोसिएशन फॉर सोशल वेलफेयर के सहयोग से आयोजित एकता उत्सव पर प्रकाश डालते हुए श्री शाह ने कहा कि दिल्ली में एकता उत्सव का यह पांच दिवसीय आयोजन पूर्वोत्तर की एकता और सांस्कृतिक समृद्धि को प्रदर्शित करता है। कार्यक्रम के दौरान गृह मंत्री ने उच्च उपलब्धि हासिल करने वालों को पुरस्कार भी प्रदान किए।