केन्द्रीय इस्पात और भारी उद्योग राज्य मंत्री भूपतिराजू श्रीनिवास ने कहा है कि भारत फिलहाल 14 करोड़ चालीस लाख टन उत्पादन के साथ इस्पात का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। उन्होंने आज नई दिल्ली में स्वच्छ इस्पात उत्पादन पर तीन दिन के अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए इस्पात क्षेत्र में कुशलता और तकनीकी नवाचार की सराहना की। उन्होंने कहा कि इससे वैश्विक इस्पात उत्पादन दो अरब टन के करीब हो गया है।
श्री श्रीनिवास ने कहा है कि इस्पात क्षेत्र का भविष्य डिजिटीकरण, कम कार्बन उत्सर्जन और पर्यावरण पर आधारित होगा। उन्होंने उद्योग से नवाचार के माध्यम से कम कार्बन वाले इस्पात का निर्माण करने और पहले तथा दूसरी दर्जे के धातु उत्पादकों के बीच सहयोग बढ़ाने का आग्रह किया।