प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि उनकी सरकार 2036 ओलंपिक से पहले भारत को खेल महाशक्ति बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। ‘खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025’ के उद्घाटन के वीडियो संबोधन में, श्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने पिछले एक दशक में खेल बजट में तीन गुना वृद्धि की है । सरकार ने खेलों के लिए इस वर्ष 4,000 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।
खेलों को बढ़ावा देने और बुनियादी ढांचे में सुधार की सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता पर उन्होंने कहा कि अब खेल आयोजन पूरे साल आयोजित किए जाते हैं और राष्ट्रीय शिक्षा नीति में खेलों को मुख्यधारा के अध्ययन का हिस्सा बनाकर मान्यता दी गई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार खिलाड़ियों को खेलों के नए रूपों से अवगत कराने के लिए प्रतिबद्ध है। श्री मोदी ने बिहार में सुविधाओं में सुधार के लिए प्रयास पर कहा कि पटना-गया राजमार्ग पर एक स्पोर्ट्स सिटी विकसित की जा रही है।
खेल संस्कृति के आर्थिक पहलू पर श्री मोदी ने कहा कि खेल अर्थव्यवस्था केवल मैदान तक सीमित नहीं है इसका प्रभाव रोजगार के नए अवसर खोलता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि खेल, खेल उद्यमिता, फिजियोथेरेपी, डेटा एनालिटिक्स, खेल प्रौद्योगिकी, ई-स्पोर्ट्स, खेल मीडिया और इवेंट मैनेजमेंट जैसे क्षेत्रों में भी नए अवसर खोलते हैं।
बिहार के पटना में कल भव्य समारोह के साथ अंडर-18 आयु वर्ग के खिलाड़ियों के लिए ‘खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025’ की शुरुआत हुई। लड़कियों और लड़कों की श्रेणियों में 8,500 से अधिक युवा खेल प्रतिभाएं विभिन्न स्पर्धाओं भाग लेंगे।
विभिन्न खेलों में 2,400 से अधिक पदक दांव पर हैं। प्रतियोगिताएं पटना, राजगीर, गया, भागलपुर और बेगूसराय सहित छह अलग-अलग शहरों में आयोजित की रही हैं। नई दिल्ली में साइकिलिंग, शूटिंग और एथलेटिक्स की तीन तरह की स्पर्धाएं आयोजित हो रही हैं।