म्यांमा में सात दशमलव सात तीव्रता के विनाशकारी भूकंप से मरने वालो की संख्या तीन हजार छह सौ 45 हो गई है, जबकि पांच हजार 17 लोग इस दौरान घायल हुए और एक सौ 48 अभी लापता हैं।
म्यांमा की राजकीय प्रशासन परिषद के सूचना विभाग ने कल शाम यह जानकारी दी।
म्यांमा सरकार के मौसम विज्ञान और जल विज्ञान विभाग के अनुसार 28 मार्च को आए भूकंप के बाद से अबतक 98 और झटके महसूस हो चुके हैं जिनकी तीव्रता दो दशमलव आठ से सात दशमलव पांच के बीच थी।
भूकंप के कारण म्यांमा के सागाइंग, मांडले और मेगवेय में 80 प्रतिशत से अधिक मकानों को नुकसान हुआ है।
संयुक्त राष्ट्र के मानवीय सहायता संबंधी मामलों के समन्वय कार्यालय ने बताया है कि देश में पांच लाख से अधिक लोगों को स्वास्थ्य सहायता की आवश्यकता है।
इस बीच भारत, यूरोपीय संघ, अमरीका, संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों की ओर से वहां सहायता सामग्री और राहत दलों को भेजने का सिलसिला जारी है।
भारत ने भी अपनी पडोसी प्रथम और पूर्व की ओर देखो की नीतियों के अंतर्गत सर्वप्रथम प्रतिक्रिया करने वाले देश के रूप में वहां सहायता के लिए ऑपरेशन ब्रह्मा शुरू किया है। इसके तहत भारी मात्रा में चिकित्सा और राहत सामग्री म्यांमा भेजी गई है।