चुनाव आयोग ने आज झारखंड, महाराष्ट्र और उपचुनाव वाले निर्वाचन क्षेत्रों में तैनात किए जाने वाले सामान्य, पुलिस और व्यय पर्यवेक्षकों के लिए एक ब्रीफिंग का आयोजन किया। नई दिल्ली में ब्रीफिंग बैठक में भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय पुलिस सेवा के साथ-साथ भारतीय राजस्व सेवा और कुछ अन्य केंद्रीय सेवाओं के छह सौ 25 से अधिक वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने पर्यवेक्षकों से प्रक्रियाओं, बुनियादी ढांचे और धारणा सहित चुनावों के सुचारू संचालन के लिए विभिन्न पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया। उन्होंने पर्यवेक्षकों से सुनिश्चित न्यूनतम सुविधाओं और कतार प्रबंधन सहित मतदान केंद्रों पर बुनियादी ढांचे की व्यवस्था की निगरानी और समीक्षा करने का आह्वान किया। उन्होंने किसी भी गलत सूचना के कारण उत्पन्न होने वाले खतरों के लिए भी पर्यवेक्षकों को आगाह किया।
ब्रीफिंग में चुनाव आयुक्त डॉ. सुखबीर सिंह संधू ने कहा कि पर्यवेक्षकों को अपनी भूमिका सफलतापूर्वक निभाने के लिए दृश्यता, पहुंच और जवाबदेही महत्वपूर्ण है। उन्होंने पर्यवेक्षकों को व्यक्तिगत रूप से निरीक्षण के लिए संवेदनशील मतदान केंद्रों का दौरा करने की भी सलाह दी। उन्होंने पर्यवेक्षकों को प्रत्येक मतदान केंद्रों पर सुनिश्चित न्यूनतम सुविधाओं की समीक्षा करने का निर्देश दिया। इस दौरान पर्यवेक्षक को मतदाताओं की सुविधा के साथ-साथ क्षेत्र में चुनाव प्रक्रियाओं के प्रभावी और कुशल प्रबंधन के लिए आयोग की विभिन्न आईटी पहलों और मोबाइल एप्लिकेशन से भी परिचित कराया गया।