आज विश्व जल दिवस पर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल ने हरियाणा के पंचकूला से देशव्यापी जल शक्ति अभियान: कैच द रेन-2025 का शुभारंभ किया। यह अभियान जल शक्ति मंत्रालय, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय तथा हरियाणा सरकार के सहयोग से शुरू किया गया है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, हरियाणा की सिंचाई और जल संसाधन मंत्री श्रुति चौधरी सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने कहा कि जल शक्ति अभियान: कैच द रेन कार्यक्रम का उद्देश्य सामुदायिक भागीदारी और नवीन रणनीतियों के माध्यम से जल संरक्षण और प्रबंधन पर जोर देना है। श्री सी. आर. पाटिल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कैच द रेन की बात कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि सरकार वर्ष भर जल संरक्षण पर गंभीरता से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि जैसा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने कहा था कि अगर कभी पानी के लिए तीसरा विश्व युद्ध भी हुआ, तो भारत को इसमें शामिल होने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। उन्होंने कहा कि सरकार जल जीवन मिशन के अंर्तगत सभी घरों तक पीने का पानी पहुंचा रही है, जिससे कई लोगों की जान बच पाई है।
इस दौरान श्री सी. आर. पाटिल ने हरियाणा के मुख्यमंत्री तथा सिंचाई और जल संसाधन मंत्री के साथ जल संरक्षण पर कलात्मक अभिव्यक्तियों को प्रदर्शित करने वाली चित्रकला और मूर्तिकला प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
जल शक्ति मंत्री ने हरियाणा के लिए ‘मुख्यमंत्री जल संचय योजना’ और जल संसाधन एटलस का भी ई-शुभारंभ किया, जो वैज्ञानिक जल संसाधन प्रबंधन में सहायता करता है। उन्होंने हरियाणा में सामुदायिक स्वच्छता परिसरों, तरल अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली, गोबर-धन परियोजना और एक ठोस अपशिष्ट प्रबंधन शेड सहित अभिनव जल प्रबंधन परियोजनाओं का भी अनावरण किया।
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री श्री आर. आर. पाटिल ने नदियों, झरनों और जंगलों के बीच पारिस्थितिक संबंधों को मजबूत करने वाले ‘जल-जंगल-जन: एक प्राकृतिक बंधन अभियान’ की भी शुरुआत की। इस अवसर पर जल संरक्षण में उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रगतिशील किसानों, महिलाओं, जल उपयोगकर्ता संघों, उद्योगों और गैर सरकारी संगठनों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
पूलसे/2005