राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा है कि अनिश्चितताओं से भरी आज की दुनिया में भारत प्रगति का एक शानदार उदाहरण है। वे कल स्लोवाकिया के ब्रातिस्लावा में विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजित स्लोवाकिया-भारत व्यापार मंच को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने स्लोवाकिया के व्यवसायों को ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम में भाग लेने के लिए भी आमंत्रित किया।
राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि स्लोवाकिया अपनी कार्यबल आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए विदेशों से कुशल और मेहनती पेशेवरों की तलाश कर रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारतीय प्रतिभा स्लोवाकिया के आर्थिक विकास में एक बहुमूल्य योगदान दे सकती है।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत को आगामी वर्षों में पाँच ट्रिलियन अमरीकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की उम्मीद है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत स्लोवाकिया जैसे अपने मित्रों के साथ साझेदारी करके ये लक्ष्य हासिल करने की उम्मीद करता है।
उन्होंने कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और स्लोवाकिया अपने मज़बूत औद्योगिक आधार और यूरोप में अपने रणनीतिक स्थान के साथ गहन व्यापार और निवेश लक्ष्यों के लिए बेहतरीन अवसर प्रस्तुत करता है।
राष्ट्रपति मुर्मु ने इस बात पर जोर दिया कि यूरोपीय संघ के एक प्रमुख सदस्य और ऑटोमोटिव, रक्षा और उच्च तकनीक उद्योगों के केंद्र के रूप में स्लोवाकिया भारत के बड़े उपभोक्ता बाजार, कुशल कार्यबल और संपन्न स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र से लाभान्वित होगा।
राष्ट्रपति ने स्लोवाक गणराज्य के राष्ट्रपति पीटर पेलेग्रिनी के साथ ऐतिहासिक शहर नित्रा में जगुआर लैंड रोवर कारखाने का भी दौरा किया। उन्होंने संयंत्र की अत्याधुनिक विनिर्माण सुविधाओं का दौरा किया और श्रमिकों से भी मुलाकात की। इस संयंत्र में स्लोवाक और यूक्रेनी नागरिकों के अलावा भारतीय लोग भी काम करते हैं।
बाद में, राष्ट्रपति मुर्मु और स्लोवाकिया के राष्ट्रपति पेलेग्रिनी ने संयुक्त रूप से नित्रा के सिहोट स्थित सिटी पार्क में स्लोवाकिया के राष्ट्रीय वृक्ष लिंडेन का पौधा लगाया। इस अवसर पर नित्रा के मेयर श्री मारेक हट्टास भी उपस्थित थे।
इसके बाद राष्ट्रपति मुर्मु ने ब्रातिस्लावा में भारतीय समुदाय को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भारत एक प्रेरणादायक विकास के दौर से गुजर रहा है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष के अंत तक भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
राष्ट्रपति मुर्मु बुधवार को दो देशों की राजकीय यात्रा के दूसरे चरण में स्लोवाकिया पहुँचीं। वे स्लोवाक गणराज्य की यात्रा करने वाली दूसरी भारतीय राष्ट्राध्यक्ष बन गईं है। इससे पहले किसी भारतीय राष्ट्रपति ने 29 साल पहले स्लोवाकिया का दौरा किया था।