अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन-आईएसए सभा का सातवां सत्र 3 नवंबर से 6 नवंबर तक नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित किया जाएगा। आईएसए सभा अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन की पहलों पर विचार-विमर्श करेगी। यह आईएसए के सदस्य देशों को सौर ऊर्जा अपनाने और सौर तैनाती में तेजी लाने के लिए वित्त जुटाने के लिए सशक्त बनाने पर ध्यान देने के साथ ऊर्जा पहुंच, सुरक्षा और परंपराओं को प्रभावित करती है।
नई दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन में केंद्रीय नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री और आईएसए के अध्यक्ष प्रल्हाद जोशी ने कहा कि सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए दुनिया भर के नेता आईएसए असेंबली में एकत्र होंगे। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ग्लोबल वार्मिंग के खिलाफ लड़ाई में सौर ऊर्जा समाधानों को अपनाना सबसे शक्तिशाली हथियारों में से एक है। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए भारत और फ्रांस के बीच एक संयुक्त पहल के रूप में आईएसए की स्थापना की गई थी। उन्होंने कहा कि आईएसए जैसी पहलों के माध्यम से भारत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वैश्विक जलवायु कार्रवाई को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण प्रगति की है। श्री जोशी ने बताया कि भारत आज नवीकरणीय ऊर्जा, जलवायु कार्रवाई और स्थिरता में अपने नेतृत्व के लिए विश्व स्तर पर पहचाना जाता है।
इस अवसर पर आईएसए के महानिदेशक अजय माथुर और नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के संयुक्त सचिव भी उपस्थित थे।