सरकार की कई महत्वपूर्ण पहल के साथ वर्ष 2025 की शुरूआत हुई। इससे आत्मनिर्भर, प्रगतिशील और एकजुट भारत के प्रति प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रतिबद्धता का पता चलता है। कृषि और बुनियादी ढांचे को मजबूत करने से लेकर वैज्ञानिक अनुसंधान और सांस्कृतिक विरासत को प्रोत्साहन देने तक श्री मोदी के नेतृत्व में वर्ष के लिए कई क्रांतिकारी पहल की गई हैं। इस वर्ष मंत्रिमण्डल की पहली बैठक में सरकार ने किसानों के लिए किफायती कीमत पर उर्वरक सुनिश्चित करने के लिए डाई अमोनियम फास्फेट के लिए एकमुश्त विशेष पैकेज के विस्तार की अनुमति दी। गायक-अभिनेता दिलजीत दोसांझ और शतरंज ग्रेंड मास्टर कोनेरू हम्पी जैसी हस्तियों के साथ बैठक में श्री मोदी ने देश की सांस्कृतिक और खेल उत्कृष्टता पर बल दिया।
इस महीने की शुरूआत में प्रधानमंत्री ने दिल्ली में झुग्गी पुनर्वास परियोजना के तहत एक हजार 675 नवनिर्मित फ्लैटों का लोकापर्ण किया ओर छह सौ करोड़ रूपये से अधिक की तीन शिक्षा परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इनमें सूरजमल विहार, द्वारका और नजफगढ में दिल्ली विश्वविद्यालय के तीन परिसर शामिल हैं, जिनका उद्देश्य शैक्षिक उत्कृष्टता को प्रोत्साहन देना है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था के साथ जीआई प्रमाणित उत्पादों को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से ग्रामीण भारत महोत्सव के दौरान ग्रामीण विकास की सरकार की प्रतिबद्धता केन्द्र में रही। प्रधानमंत्री मोदी और माइक्रोसॉफ्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सत्य नाडेला की बैठक में देश के आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के क्षेत्र में तीन अरब डॉलर के निवेश की प्रतिबद्धता व्यक्त की गई। इससे भारत में नवाचार बढ़ेगा और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिलेगा। विभिन्न राज्यों में नमो भारत रेल गलियारे के उद्घाटन और अनेक रेल परियोजनाओं की शुरूआत के साथ ढांचागत क्षेत्र के आधुनिकीकरण ने गति पकड़ी। प्रधानमंत्री ने आंध्रप्रदेश में एक हजार 877 करोड़ रूपये के औषधि पार्क और ग्रीन हाइड्रोजन केन्द्र की शुरूआत की। इससे राज्य को नवीकरणीय ऊर्जा और औषध निर्माण के क्षेत्र में अग्रणी बनाने में मदद मिलेगी।
जीनोम इंडिया परियोजना की शुरूआत 9 जनवरी को हुई। आज दो उपग्रहों की डोकिंग प्रक्रिया की इसरो की सफलता महत्वपूर्ण वैज्ञानिक प्रगति है। प्रधानमंत्री ने पर्यटन और सम्पर्क सुविधा बढ़ाने के साथ साथ राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण जम्मू कश्मीर में सोनमर्ग सुरंग का उद्घाटन किया। कल स्वदेश निर्मित तीन युद्धपोतों और पनडुब्बी के नौसेना में शामिल होने से देश की बढ़ती समुद्री क्षमता का प्रदर्शन किया गया। श्री मोदी ने विकसित भारत के विजन को साकार करने के लिए सांस्कृतिक महोत्सवों में भागीदारी की और युवाओं के साथ संवाद किया। इस वर्ष के पहले महीने के 15 दिनों में ही इन पहलों से उज्ज्वल और आत्मनिर्भर भारत की बुनियाद पड़ी है।