बिहार में कई संगठनों ने वक्फ संशोधन विधेयक 2025 का स्वागत किया है और इसे सुधारों की नई सुबह और वंचित तथा पिछड़े मुसलमानों के प्रति नरेंद्र मोदी सरकार की सद्भावना का संकेत बताया है।
आकाशवाणी समाचार से बातचीत में पसमांदा मुस्लिम समाज के संयोजक डॉ. फिरोज मंसूरी ने कहा कि यह विधेयक पसमांदा मुसलमानों के लिए एक नए युग की शुरुआत है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार का एक सराहनीय कदम है।
बिहार शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सैयद अफजल अब्बास ने कहा कि बोर्ड वक्फ संशोधन विधेयक 2025 के तहत सुधारवादी एजेंडे का स्वागत करता है। उन्होंने कहा कि अगर अतिक्रमण विरोधी अभियान शुरू किया जाता है तो शिया वक्फ बोर्ड की संपत्तियों को मुक्त कराने में काफी मदद मिलेगी। अध्यक्ष ने मुस्लिम समाज के कल्याण के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा लिए गए निर्णयों की भी प्रशंसा की।
श्री अब्बास ने कहा कि शिया बोर्ड के सामने सबसे बड़ी समस्या अतिक्रमण की है, क्योंकि यह स्पष्ट है कि पटना के डाउनटाउन में बहुत बड़ी संपत्ति पर कब्जा कर लिया गया है।