भारत और अंगोला ने आज कृषि, पारंपरिक चिकित्सा और संस्कृति सहित विभिन्न क्षेत्रों में कई समझौतों का आदान-प्रदान किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अंगोला के राष्ट्रपति जोंआओ मनुएल गोंज़ाल्वेस लोरेंसो के बीच नई दिल्ली में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद समझौतों का आदान-प्रदान किया गया।
संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत आतंकवादियों और उनका समर्थन करने वालों के खिलाफ दृढ़ और निर्णायक कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में अंगोला के समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि भारत और अंगोला इस बात पर सहमत हैं कि आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है।
प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि अंगोला की सेनाओं के आधुनिकीकरण के लिए 20 करोड डॉलर की ऋण सुविधा की मंजूरी दी गई है। उन्होंने कहा कि रक्षा संबंधी जरूरतों की आपूर्ति और उसके प्रबंधन पर भी चर्चा हुई। श्री मोदी ने कहा कि भारत अंगोला के सशस्त्र बलों के प्रशिक्षण में सहयोग करने में प्रसन्न होगा।
श्री मोदी ने कहा कि भारत और अंगोला इस वर्ष राजनयिक संबंधों की 40वीं वर्षगांठ मना रहे हैं, लेकिन भारत और अंगोला के संबंध इससे भी पुराने हैं। उन्होंने अफ्रीकी संघ की अध्यक्षता के लिए अंगोला को अपनी शुभकामनाएं दीं।
प्रधानमंत्री ने इसे भारत के लिए गर्व की बात बताया कि भारत की जी-20 अध्यक्षता के दौरान अफ्रीकी संघ को जी-20 में स्थायी सदस्यता प्रदान की गई। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत और अफ्रीकी संघ प्रगति में भागीदार हैं और ग्लोबल साउथ के स्तंभ हैं।
इससे पहले, अंगोला के राष्ट्रपति कल तीन दिवसीय भारत यात्रा पर नई दिल्ली पहुंचे। उनके साथ कई मंत्रियों, वरिष्ठ अधिकारियों, व्यापारिक घरानों और मीडिया सहित एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आया है।
राष्ट्रपति लोरेंसो का आज सुबह राष्ट्रीय राजधानी में राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में औपचारिक स्वागत किया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और प्रधानमंत्री मोदी ने अंगोला के राष्ट्रपति का स्वागत किया।
संवाददाताओं से बात करते हुए राष्ट्रपति लोरेंसो ने कहा कि 38 वर्ष में पहली बार हो रही यह राजकीय यात्रा अंगोला के लिए महत्वपूर्ण क्षण है। उन्होंने भारत और अंगोला के बीच मित्रता और सहयोग को मजबूत करने में इस यात्रा के महत्व पर जोर दिया। राष्ट्रपति लोरेंसो ने भारत के लोगों की मेहमाननवाज़ी की सराहना की।
अंगोला के राष्ट्रपति ने राजघाट पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि भी अर्पित की।
विदेश मंत्री सुब्रहमण्यम जयशंकर ने आज सुबह राष्ट्रपति लोरेंसो से मुलाकात की। सोशल मीडिया पर पोस्ट में डॉ. जयशंकर ने कहा कि वे भारत के प्रति उनकी गर्मजोशी और साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए उनके मार्गदर्शन को महत्व देते हैं।
उन्होंने विश्वास जताया कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ राष्ट्रपति लोरेंसो की बातचीत भारत-अंगोला और भारत-अफ्रीका संबंधों के लिए विकास के नए रास्ते तैयार करेगी।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, आज बाद में राष्ट्रपति लोरेंसो के साथ बातचीत करेंगी और उनके सम्मान में भोज का आयोजन भी करेंगी।
श्री लोरेंसो की यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब भारत और अंगोला इस वर्ष राजनयिक संबंधों की स्थापना की 40वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। वे कल नई दिल्ली में एक व्यावसायिक कार्यक्रम में भाग लेंगे, जिसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच निवेश और वाणिज्यिक संबंधों को बढ़ावा देना है।
भारत और अंगोला के बीच कई वर्षों से मधुर और मैत्रीपूर्ण संबंध बने हुए हैं। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार बढ़ रहा है और 2023-2024 के दौरान चार अरब डॉलर से अधिक हो गया है। विकास साझेदारी, क्षमता निर्माण सहयोग और रक्षा संबंध भी बढ़ रहे हैं।