ईरान ने चेतावनी दी है कि इजरायल के साथ उसके संघर्ष में अमरीका के किसी भी हस्तक्षेप से क्षेत्र में ‘पूर्ण युद्ध’ छिड़ने का जोखिम होगा, क्योंकि दोनों पश्चिम एशियाई विरोधियों ने लगातार छठे दिन विनाशकारी हमले किए हैं। यह चेतावनी तब आई है जब अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान से संयम बरतने के आग्रह से हटकर, ‘बिना शर्त आत्मसमर्पण’ की मांग की और क्षेत्र में अतिरिक्त अमरीकी सैन्य सामग्री तैनात की।
इजरायली सेना ने तेहरान और उसके आसपास के प्रमुख सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाकर चल रहे हवाई हमलों की पुष्टि की है। इजरायली रक्षा बलों ने कहा है कि उनकी वायु सेना वर्तमान में राजधानी क्षेत्र में ईरानी शासन के ठिकानों पर हमला कर रही है। क्षेत्रीय मीडिया आउटलेट अल-हदथ ने बताया कि जिन जगहों पर हमला किया गया है, उनमें से एक में ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला हवाई अड्डा शामिल है। नोबोन्याद स्क्वायर में अतिरिक्त हमलों की सूचना मिली, जहां ईरान के रक्षा मंत्रालय का मुख्यालय और कई संबद्ध कारखाने स्थित हैं। मेट्रोपॉलिटन तेहरान में सैन्य और खुफिया केंद्र के रूप में जाने जाने वाले लाविजान जिले को भी निशाना बनाया गया। इजरायल के रक्षा मंत्री योआव काट्ज़ ने घोषणा की कि इजरायली बलों ने ईरान के आंतरिक सुरक्षा मुख्यालय को नष्ट कर दिया है। उन्होंने इसे “शासन का मुख्य दमनकारी हथियार” कहा। श्री काट्ज़ ने कहा कि अपने वायदे के अनुसार शासन के प्रतीकों को निशाना बनाना जारी रखा जाएगा और जहाँ भी आवश्यक होगा, अयातुल्ला के शासन पर हमला किया जाएगा। इजरायली बलों ने कथित तौर पर पूर्वी तेहरान में भी अभियान चलाया, हालांकि विशिष्ट लक्ष्य के बारे में विवरण अस्पष्ट हैं।
इजराइल ने 50 से अधिक लड़ाकू विमानों का उपयोग करते हुए रात भर एक बड़ा अभियान चलाया। इसमें तेहरान के पास ईरानी सेंट्रीफ्यूज और मिसाइल उत्पादन सुविधाओं पर हमला किया गया। इसे इजराइली सैन्य अधिकारियों ने ईरान के परमाणु हथियार विकास कार्यक्रम को बाधित करने का प्रयास बतया है। इजराइली अधिकारियों के अनुसार, इस अभियान का उद्देश्य ईरान के परमाणु हथियार कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के प्रयासों को बाधित करना था। नुकसान या हताहतों की संख्या के बारे में ईरानी अधिकारियों की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की गई है।
ईरान ने तेल अवीव सहित मध्य और उत्तरी इजराइल को निशाना बनाते हुए बैलिस्टिक और हाइपरसोनिक फत्ताह-1 मिसाइलों के नए हमलों के साथ जवाब दिया। जबकि इजराइल के आयरन डोम और वायु रक्षा प्रणालियों ने कई प्रोजेक्टाइल को रोक दिया। इन हमलों में कम से कम 94 इजराइली घायल बताए गए। मिसाइल के प्रभाव और गिरते मलबे से कई जगह आग लग गई। ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने अपनी उन्नत हाइपरसोनिक मिसाइल क्षमताओं का दावा करते हुए “ऑपरेशन ऑनेस्ट 3” के तहत हमलों की जिम्मेदारी ली।
अमरीका ने शुरू में संयम बरतने का आग्रह करने से लेकर इजराइल की सैन्य कार्रवाइयों का खुलकर समर्थन करने तक अपना रुख नाटकीय रूप से बदला है। डोनाल्ड ट्रम्प ने क्षेत्र में अतिरिक्त युद्धक विमान और यूएसएस निमित्ज़ कैरियर ग्रुप तैनात कर दिया है। खबर है कि वे ईरानी परमाणु सुविधाओं, विशेष रूप से भूमिगत फोर्डो साइट पर सीधे हमले पर विचार कर रहे हैं।