आज ईस्टर है। मान्यता है कि गुड फ्राइडे पर ईसा मसीह को सलीब पर चढ़ाए जाने के बाद आज ही के दिन उनका पुनर्जन्म हुआ था। आज इस अवसर पर दुनिया भर के गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना सभाएं की जा रही हैं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने ईस्टर की शुभकामनाएं दी हैं। अपने संदेश में उन्होंने कहा कि यह त्योहार निस्वार्थ प्रेम और सेवा का संदेश देता है। राष्ट्रपति ने कहा कि ईसा मसीह का जीवन सत्य, न्याय तथा करुणा के मार्ग पर चलने को प्रेरित करता है। उन्होंने ईसा मसीह के जीवन-मूल्यों को अपनाने और समाज में शांति तथा समृद्धि को बढ़ावा देने की अपील की।
उधर, उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा है कि ईस्टर आशा और नएपन का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि ईसा मसीह की करुणा, क्षमा और सेवा की शाश्वत शिक्षाएं सामंजस्यपूर्ण समाज के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करती हैं। श्री धनखड़ ने कामना की कि ईस्टर कमजोर लोगों के कल्याण के लिए फिर से संकल्पित होने का अवसर है।