राज्यसभा में आज विपक्षी दलों ने पेरिस ओलंपिक में भारतीय पहलवान विनेश फोगाट को अयोग्य ठहराए जाने के मुद्दे पर वॉकआउट किया। सुबह जब सदन शुरू हुआ तो नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने यह मुद्दा उठाने की कोशिश की, जिसे अस्वीकार कर दिया गया। इसके बाद कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, द्रविड़ मुनेत्र कड़गम, राष्ट्रीय जनता दल और अन्य सदस्यों ने उच्च सदन से वॉकआउट किया। सभापति जगदीप धनखड़ ने विपक्ष के और खासकर टीएमसी के सदस्य डेरेक ओ ब्रायन के आचरण की निंदा की। सभापति ने श्री ओ ब्राइन को चेतावनी भी दी। श्री धनखड़ ने कहा कि राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, वह खुद और पूरा देश विनेश फोगाट को अयोग्य ठहराए जाने से दुखी है, लेकिन इस मामले में राजनीति करना कुश्ती का अपमान है। श्री धनखड़ ने आगे बताया कि हरियाणा सरकार ने घोषणा की है कि विनेश को वो पूरा सम्मान देगी जो एक पदक विजेता को दिया जाता है।
राज्यसभा में सदन के नेता केंद्रीय मंत्री जे. पी. नड्डा ने भी विपक्ष के आचरण की निंदा की। उन्होंने कांग्रेस और टीएमसी के सदस्यों के सभापति के साथ बर्ताव पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि पूरा देश विनेश फोगाट के साथ है। श्री नड्डा ने कहा कि विपक्ष के पास सरकार के खिलाफ उठाने के लिए कोई मुद्दा नहीं है।