भारत और बांग्लादेश ने समन्वित गश्त तथा सतर्कता बढ़ाने और ईमानदार प्रतिबद्धताओं जैसे अतिरिक्त एहतियाती उपाय अपनाकर सीमा पार अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए संयुक्त प्रयास करने पर सहमति व्यक्त की है।
यह सहमति आज भारतीय सीमा सुरक्षा बल और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश द्वारा ढाका में बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के पिलखाना मुख्यालय में महानिदेशक स्तर के चार दिन के सीमा सम्मेलन के समापन पर जारी संयुक्त बयान में व्यक्त की गई।
भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व भारतीय सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी ने किया और बांग्लादेशी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के महानिदेशक मेजर जनरल मोहम्मद अशरफज्जमां सिद्दीकी ने किया।
दोनों बलों ने तस्करी, मानव तस्करी, अवैध घुसपैठ और आतंकवाद से निपटने में समन्वित सीमा प्रबंधन योजना के महत्व पर ज़ोर दिया। उन्होंने सीमावर्ती आबादी को शिक्षित करने, संवेदनशील क्षेत्रों में सामाजिक-आर्थिक विकास को लागू करने और अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास लंबित बुनियादी ढाँचे के काम में तेज़ी लाने पर सहमति व्यक्त की। दोनों पक्षों ने आतंकवाद और उग्रवादी गतिविधियों को कतई न बर्दाश्त करने के अपने रुख की पुष्टि करते हुए, सीमा पर शांति तथा सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बाड़ लगाने की पहल और नदी तटों की सुरक्षा सहित निरंतर सहयोग के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की।
भारतीय सीमा सुरक्षा बल की प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि दोनों पक्ष जन जागरूकता कार्यक्रमों को तेज करके, संवेदनशील क्षेत्रों में उपयुक्त सामाजिक-आर्थिक विकास कार्यक्रम चलाकर सीमा अपराध की घटनाओं की संख्या को कम करने के लिए संयुक्त प्रयास करने पर भी सहमत हुए।
बैठक के दौरान, दोनों पक्ष सीमावर्ती लोगों को अवैध घुसपैठ, तस्करी, मानव तस्करी, सीमा स्तंभों के उल्लंघन और अन्य सीमा पार अपराधों को रोकने के लिए प्रभावी उपाय करने पर सहमत हुए।