विदेश मंत्री सु्ब्रमण्यम जयशंकर ने कल लोकतांत्रिक गणराज्य लाओ की राजधानी वियनतियाने में दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, इंडोनेशिया और मलेशिया के विदेश मंत्रियों से भेंट की। डॉक्टर जयशंकर आसियान-भारत, पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन और आसियान क्षेत्रीय मंच के प्रारूप में आसियान रूपरेखा के अंतर्गत विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए वियनतियाने में हैं।
दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री चो ताए-यूल के साथ मुलाकात के दौरान विशेष रणनीतिक साझेदारी पर व्यापक बातचीत हुई। डॉ. जयशंकर ने कहा कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत-दक्षिण कोरिया का साझा तालमेल सहयोग के नए मार्ग खोल रहा है।
सिंगापुर के विदेश मंत्री विवियन बालाकृष्णन से मुलाकात के दौरान डॉ. जयशंकर ने पिछले तीन वर्षों में आसियान-भारत संबंधों में प्रगति के लिए सिंगापुर को धन्यवाद दिया। डॉ. जयशंकर ने वर्तमान भू-राजनीतिक स्थिति पर श्री बालकृष्णन के विचारों की भी प्रशंसा की।
डॉक्टर जयशंकर ने इंडोनेशिया के विदेश मंत्री रेटनो मार्सुडी से भेंट के बाद कहा कि भारत-इंडोनेशिया और भारत-आसियान संबंधों के प्रति उनका योगदान उल्लेखनीय है।
डॉ. जयशंकर ने मलेशिया के विदेशमंत्री मोहम्मद हाजी हसन के साथ द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की।
डॉ. जयशंकर ने यूरोपीय संघ के विदेश मामलों और सुरक्षा नीति के उच्च प्रतिनिधि और यूरोपीय आयोग के उपाध्यक्ष जोसेप बोरेल फॉन्टेल्स से भी मुलाकात की। विदेश मंत्री ने व्यापार, स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन और उन्नत प्रौद्योगिकियों में साझेदारी बढ़ाने के लिए भारत-यूरोप संघ की क्षमता के बारे में बात की। उन्होंने क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी दृष्टिकोण का आदान-प्रदान किया। डॉ. जयशंकर ने भारत-यूरोपीय संघ संबंधों को मजबूत करने के लिए श्री बोरेल को उनकी मित्रता और दृढ़ समर्थन के लिए धन्यवाद दिया।