बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शाहबुद्दीन ने कहा है कि 12 फरवरी को होने वाले आम चुनाव के बाद वे पद छोड़ देंगे। उन्होंने कहा कि मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने उन्हें “अपमानित” किया है और उन्हें लगातार नजरंदाज किया जा रहा है।
रॉयटर्स को दिए गए एक साक्षात्कार में उनके इस बयान के बाद ढाका में संवैधानिक सत्ता की स्थिति और राजनीतिक दांव-पेच पर तीखी बहस छिड़ गई है।
75 वर्षीय शाहबुद्दीन जो 2023 में अवामी लीग के उम्मीदवार के रूप में निर्विरोध चुने गए थे। उन्होंने कहा कि वे आगामी चुनाव तक संवैधानिक निरंतरता बनाए रखने के लिए ही पद पर बने रहेंगे।
राष्ट्रपति ने अंतरिम प्रशासन द्वारा की गई कई कार्रवाइयों का वर्णन किया, जिनके बारे में उनका मानना है कि वे उनकी सत्ता को कमजोर करने के उद्देश्य से की गई थीं।
हालांकि बांग्लादेश में राष्ट्रपति पद काफी हद तक औपचारिक है, लेकिन अगस्त 2024 में छात्रों के नेतृत्व वाले विद्रोह ने शेख हसीना की सरकार को गिरा दिया, जिसके बाद शाहबुद्दीन को अप्रत्याशित प्रसिद्धि मिली और वे एकमात्र संवैधानिक पदधारी रह गए।