वर्ष 2015 से तपेदिक की जांच में 136 प्रतिशत की वृद्धि के साथ, पुद्दुचेरी राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम में अग्रणी बनकर उभरा है। पिछले दशक में ट्यूबर कुलोसिस- टी.बी. की घटनाओं में उनसठ प्रतिशत की कमी दर्ज करने वाला यह केंद्र शासित प्रदेश अब टी.बी. के विरुद्ध भारत की लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
पुद्दुचेरी टी.बी. सेल के अधिकारियों ने विश्वास व्यक्त किया है कि निरंतर प्रयासों से, प्रदेश इस वर्ष 40 गांवों को टीबी मुक्त घोषित कर सकता है। पिछले वर्ष आठ गांवों को टीबी मुक्त घोषित किया गया था।
प्रेस सूचना ब्यूरो की अतिरिक्त महानिदेशक डॉ. मनीषा वर्मा के नेतृत्व में दस सदस्यीय मीडिया प्रतिनिधिमंडल केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की योजनाओं की जानकारी के लिए पुद्दुचेरी के दौरे पर है। पत्रकारों ने कल उपराज्यपाल के. कैलाशनाथन से मुलाकात की। उपराज्यपाल ने टी.बी. उन्मूलन की दिशा में केंद्र शासित प्रदेश सरकार के मजबूत और प्रतिबद्ध प्रयासों पर प्रकाश डाला।
टी.बी. उन्मूलन उपलब्धियों का विवरण देते हुए, राज्य क्षय रोग अधिकारी डॉक्टर सी. वेंकटेश ने कहा कि पुद्दुचेरी में लगभग शत-प्रतिशत संभावित तपेदिक रोगियों की जांच अब उन्नत तकनीकों से की जा रही है।