प्रवर्तन निदेशालय राजस्थान के पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और अन्य के आवास सहित 15 से अधिक स्थानों पर छापेमारी कर रहा है। यह छापेमारी मेसर्स पीएसीएल से जुड़े 48 हजार करोड़ रुपये के बड़े निवेशक घोटाले की जांच का हिस्सा है। सूत्रों के अनुसार कंपनी और उसकी सहयोगी संस्थाओं की संपत्तियों को अवैध रूप से बेचने के आरोप में दिवंगत निर्मल सिंह भांगू के सहयोगियों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है।
ईडी की टीमें आज सुबह जांच के लिए जयपुर में खाचरियावास के घर पहुंचीं। अपने घर के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है। उन्होंने कहा कि यह राजनीति से प्रेरित कार्रवाई है, क्योंकि वे सरकार के खिलाफ बोलते रहे हैं। हमारे जयपुर संवाददाता ने बताया कि ईडी की कार्रवाई की जानकारी मिलते ही खाचरियावास के समर्थक उनके आवास के बाहर पहुंच गए और उनके समर्थन में नारे लगाने लगे। श्री खाचरियावास ने कहा कि ईडी के अधिकारी परिसर की तलाशी के लिए नोटिस लेकर आए हैं, लेकिन उन्होंने किसी कंपनी से संबंधित नोटिस नहीं दिया है। कांग्रेस नेता ने कहा कि ईडी उन्हें डराने के लिए घर की तलाशी लेने आई है। संघीय जांच एजेंसी इस मामले में कई परिसरों और कुछ अन्य स्थानों पर भी तलाशी ले रही है।