श्रम और रोजगार मंत्री डॉ मनसुख मांडविया ने कहा है कि देश में नौकरियों की कोई कमी नहीं है और वर्तमान सरकार के नीतिगत हस्तक्षेप के कारण देश में बेरोजगारी दर कम होकर 3.2 प्रतिशत हो गयी है। लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान पूरक प्रश्नों का उत्तर देते हुए उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले वर्षों में बेरोजगारी दर 3 प्रतिशत से नीचे आ जाएगी। आम बजट की सराहना करते हुए डॉ मांडविया ने कहा कि प्रधानमंत्री के पैकेज से पांच साल की अवधि में चार करोड़ से अधिक युवाओं को रोजगार और कौशल के अवसर प्रदान होंगे। उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य हासिल करने के लिए दो लाख करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। डॉ. मांडविया ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में श्रम बल भागीदारी दर और श्रमिक जनसंख्या अनुपात में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि श्रम बल भागीदारी दर 44 प्रतिशत और श्रमिक जनसंख्या अनुपात 40 प्रतिशत तक पहुंच गया है।
उन्होंने यह भी कहा कि एक दशक में ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़े हैं। श्रमिक जनसंख्या अनुपात से पता चलता है कि ग्रामीण रोजगार 2017-18 में 48 दशमलव एक प्रतिशत से बढ़कर 2022-2023 में 59.4 प्रतिशत हो गया है।