ताइवान के राष्ट्रपति लाई चिंग-ते ने चीन के सैन्य विस्तार का मुकाबला करने के लिए 40 अरब डॉलर के पूरक रक्षा बजट के प्रस्ताव की घोषणा की है। वाशिंगटन पोस्ट में प्रकाशित एक लेख में, श्री लाई ने कहा कि ताइवान अपने आसपास के क्षेत्र में लगातार चीनी सैन्य घुसपैठ के बावजूद हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि ताइवान जलडमरूमध्य, पूर्वी और दक्षिण चीन सागरों और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के तेज़ी से बढ़ते सैन्य हस्तक्षेप और उकसावे ने इस क्षेत्र में शांति की कमज़ोरी को उजागर किया है।
ताइवान के राष्ट्रपति ने हथियारों की खरीद के लिए 40 अरब डॉलर के विशेष बजट की घोषणा की है। इसमें उच्च-स्तरीय वायु रक्षा प्रणाली, ताइवान डोम का निर्माण भी शामिल है।
चीन लोकतांत्रिक रूप से शासित ताइवान को अपना क्षेत्र मानता है। लाई का यह बयान जापान और चीन के बीच चल रहे विवाद के बीच आया है। जापान के प्रधानमंत्री साने ताकाइची ने कहा था कि ताइवान जलडमरूमध्य में संघर्ष की स्थिति में जापान अपने सैन्य बलों को तैनात कर सकता है।