ताईवान ने चीन की बढ़ती डिजिटल पहुंच से जुड़ी बढ़ती साइबर सुरक्षा और भ्रामक सूचनाओं के खतरों का हवाला देते हुए सभी सरकारी एजेंसियों में चीन में विकसित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रणाली के प्रयोग को प्रतिबंधित कर दिया है।
इस निर्णय की पुष्टि डिजिटल मामलों की उप मंत्री इसाबेल होउ ने की है। द ताइपे टाइम्स के अनुसार राष्ट्रीय सुरक्षा ब्यूरो द्वारा की गई एक व्यापक जांच के बाद यह निर्णय लिया गया है।
इस जांच में पाया गया कि कई लोकप्रिय चीनी एआई मॉडल में सुरक्षा संबंधी महत्वपूर्ण जोखिम हैं। एनएसबी ने निष्कर्ष निकाला कि डीपसीक, डौबाओ, यियान, टोंगयी और युआनबाओ जैसे मॉडल नियमित रूप से चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के संदेश के अनुरूप सामग्री तैयार करते हैं।
इन सामग्रियों में ऐतिहासिक विकृतियां और राजनीतिक रूप से आरोपित कथाएं शामिल हैं। सुश्री होउ ने कहा कि सरकार चीन में निर्मित एआई प्रणालियों के साथ जुड़े जोखिम को लेकर नागरिकों, निजी कम्पनियों और सार्वजनिक संस्थानों को आगाह करना जारी रखेगी।