संसद के दोनों सदन आज विभिन्न मुद्दों पर बाधित रहे। हंगामे के बीच राज्यसभा को दोपहर 2 बजे तक और लोकसभा को पहले दोपहर 1 बजे और फिर दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। ट्रेजरी बेंच ने कांग्रेस नेताओं और अमरीका स्थित जॉर्ज सोरोस फाउंडेशन के बीच कथित संबंधों का मुद्दा उठाया। इस बीच, विपक्षी दल अडानी समूह के खिलाफ रिश्वतखोरी के आरोपों को लेकर विरोध प्रदर्शन करते हुए संयुक्त संसदीय समिति से जांच की मांग कर रहे हैं।
लोकसभा में प्रश्नकाल पूरा होने के बाद कांग्रेस सांसद जोथिमणि ने अडानी समूह के खिलाफ कथित रिश्वतखोरी के आरोप का मुद्दा उठाया। उनके आरोप पर पलटवार करते हुए भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने राजीव गांधी फाउंडेशन और अमरीका स्थित जॉर्ज सोरोस फाउंडेशन के बीच कथित सांठगांठ का मुद्दा उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा और उनकी अमरीकी यात्राएं जॉर्ज सोरोस द्वारा प्रायोजित थीं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जॉर्ज सोरोस ने यूपीए शासन के दौरान भारतीय शेयर बाजार में भारी निवेश किया था। श्री दुबे की टिप्पणी पर आपत्ति जताते हुए कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दल वेल में आ गये और सरकार के खिलाफ नारे लगाने लगे। हंगामे के बीच सभापति ने सदन की कार्यवाही दोपहर एक बजे तक के लिए स्थगित कर दी। इससे पहले, जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, स्पीकर ओम बिरला ने कल सदन में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी द्वारा की गई व्यक्तिगत टिप्पणियों पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने टिप्पणी को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि ऐसी टिप्पणी संसदीय मर्यादा के खिलाफ है। उन्होंने सदस्यों से व्यक्तिगत टिप्पणियों से बचने और सदन की गरिमा बनाए रखने का आग्रह किया।
राज्यसभा में आज सुबह जब सदन की बैठक शुरू हुई तो सभापति जगदीप धनखड़ ने विपक्षी दलों द्वारा दिए गए स्थगन नोटिस को खारिज कर दिया। विपक्षी दलों ने इस पर आपत्ति जताई और सदन में नारेबाजी शुरू कर दी। सदन के नेता जेपी नड्डा ने कहा कि स्वीकार्यता के संबंध में आसन पर सवाल नहीं उठाया जा सकता है और सभापति के फैसले पर सवाल नहीं उठाया जा सकता है या उसकी आलोचना नहीं की जा सकती है। उन्होंने संवाददाता सम्मेलन कर सभापति से सवाल पूछने पर विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे की आलोचना की और इसे निंदनीय बताया। उन्होंने इसे सदन और सभापति की अवमानना बताया। उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर चेयरमैन के संवैधानिक पद को नीचा दिखाने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
इस बीच, विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाया कि ट्रेजरी बेंच सदन का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। उसके बाद भी आरोप-प्रत्यारोप जारी रहा और सभापति ने दोपहर दो बजे तक के लिए राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी।