प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चीन में, शंघाई सहयोग संगठन की शिखर बैठक के क्रम में, चीन के राष्ट्रपति षी चिनफिंग के साथ वार्ता की है। श्री मोदी ने कहा कि दोनों देशों की 2 अरब 80 करोड़ लोगों की जनता के हित परस्पर सहयोग से जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि भारत और चीन के बीच सहयोग से पूरी मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त होगा। श्री मोदी ने कहा कि भारत आपसी विश्वास, सम्मान और संजीदगी के आधार पर संबंधों को आगे ले जाने के प्रति संकल्पित है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के विशेष प्रतिनिधियों के बीच सीमा प्रबंधन पर सहमति बनी है। श्री मोदी ने कहा कि कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर शुरु हो गई है और दोनों देशों के बीच सीधी उड़ान भी शुरु की जा रही है।
प्रधानमंत्री, संगठन के अन्य नेताओं के साथ भी द्विपक्षीय बैठकें करेंगे। श्री मोदी संगठन के सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों और शासनाध्यक्षों के सम्मान में आयोजित रात्रिभोज में भी शामिल होंगे।
भारत 2017 से ही संगठन का सदस्य है। 2022-23 में भारत इस संगठन के राष्ट्राध्यक्षों की परिषद का अध्यक्ष था। शंघाई सहयोग संगठन में 10 सदस्य देश हैं। इनमें बेलारूस, चीन, ईरान, कजाकिस्तान, किर्गिज़िस्तान, पाकिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान और उज़्बेकिस्तान शामिल हैं। संगठन में कई वार्ता भागीदार देश और प्रेक्षक देश भी शामिल हैं।