हेमंत सोरेन सरकार के शक्ति परीक्षण के लिए बुलाया गया झारखंड विधानसभा का विशेष सत्र आज सुबह शुरू हुआ। मुख्यमंत्री सोरेन ने राज्य विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पेश किया। विधानसभा अध्यक्ष रवीन्द्र नाथ महतो ने चर्चा के लिए एक घंटे का समय दिया है। चर्चा के बाद मतों का विभाजन होगा।
48 वर्षीय हेमंत सोरेन ने कथित भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जमानत मिलने के एक सप्ताह के भीतर 4 जुलाई को शपथ ली थी।
81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में पांच सीटें खाली हैं। विश्वास मत जीतने के लिए 39 विधायकों का समर्थन जरूरी है। सत्तारूढ़ गठबंधन के पास 46 विधायकों का समर्थन है, जिसमें झामुमो के 27, कांग्रेस के 17 और राजद और सीपीआई (एमएल) के एक-एक विधायक शामिल हैं। वहीं विपक्ष में 27 विधायक हैं, जिनमें बीजेपी के 24 और आजसू के 3 विधायक शामिल हैं । तीन विधायक निर्दलीय हैं1 शपथ लेने से पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को 44 विधायकों के समर्थन का पत्र सौंपा था।
विधानसभा में विश्वास मत जीतने के बाद मंत्रियों का शपथ समारोह आयोजित होने की संभावना है। मंत्रिमंडल में नये चेहरों को शामिल किये जाने की संभावना है।