अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में कई अहम फैसले लिये गये हैं। ट्रस्ट के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि मंदिर के प्रथम तल का निर्माण 90 प्रतिशत पूरा हो चुका है। इसके बाद द्वितीय तल और शिखर का निर्माण समय से पूरा करने की चुनौती है। उन्होंने कहा कि द्वितीय तल के गर्भ गृह को विशेष बनाने के लिए कई प्रस्ताव आए हैं।
द्वितीय तल का किस प्रकार गर्भगृह में किस महत्व, किस लक्ष्य, किस संदेश के साथ चीजे वहां की जाये यह विचारणीय है, उनकी इस बात पर विचार चल रहा है। कोई अंतिम निर्णय नहीं हुआ, लेकिन यह प्रयास अवश्य होगा कि द्वितीय तल के गर्भगृह में भी भगवान राम से संबंधित विभिन्न प्रदेश के भगवान राम पर जैसे रामायण है, राम चरित मानस है, वैसा लिखा जाये और प्रदेशों में अन्य भाषाओं में जो इस प्रकार की रामायण हो, जो रामचरित को वहां की भाषा में बता सके, उसकी जो सबसे पुरानी पुस्तक हो, उसको प्राप्त करके वहां रखा जाये।
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बैठक में बताया कि अयोध्या में श्रीरामलला को एक अप्रैल 2023 से 31 मार्च 2024 तक दान में तीन सौ तिरसठ करोड़ चौतीस लाख रुपये प्राप्त हुए हैं। बैठक में यह भी बताया गया कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में राम मंदिर के निर्माण में 670 करोड़ रुपये और अन्य मदों में 180 करोड़ रुपये खर्च होंगे। ट्रस्ट के महासचिव के मुताबिक बीते चार वर्षों में ट्रस्ट को 13 कुन्तल चांदी और 20 किलो सोना भी प्राप्त हुआ है।