भारत ने रूस की मेजबानी में आयोजित ब्रिक्स की बैठक में पहली बार भाग लेने वाले नए सदस्य देशों – मिस्र, ईरान, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब और इथियोपिया के प्रतिनिधियों का हार्दिक स्वागत किया है। 2023 में हुए ब्रिक्स के विस्तार के बाद कल निज़नी नोवगोरोड में संगठन के विदेश मंत्रियों की पहली मंत्रिस्तरीय बैठक थी। मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात पूर्ण सदस्यों के रूप में ब्रिक्स समूह में शामिल हुए हैं।
विदेश मंत्रालय में आर्थिक संबंध मामलों के सचिव डी रवि ने ब्रिक्स विदेश मंत्रियों की बैठक में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया। आमतौर पर विदेश मंत्री ऐसी बैठकों में शामिल होते हैं। रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह के बाद कल ही डॉ. एस जयशंकर को विदेश मंत्री के रूप में दोबारा नियुक्त किया गया, इसलिए वह बैठक में शामिल होने के लिए रूस नहीं पहुंच सके। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने बैठक को महत्वपूर्ण बताया और नए सदस्यों का ब्रिक्स में स्वागत किया।