झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार आज विधानसभा में विश्वासमत साबित करेगी। इसके लिए दिन के 11 बजे से विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के सभी विधायकों को सदन में उपस्थित रहने के निर्देश दिये हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा के सहयोगी दल – कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-माले ने भी अपने विधायकों को सदन में उपस्थित रहने को कहा है।
81 सदस्यों वाली झारखंड विधानसभा में पांच सीटें खाली हैं। विश्वासमत जीतने के लिए 39 विधायकों का समर्थन जरूरी है। सत्तारूढ़ गठबंधन को 46 विधायकों का समर्थन प्राप्त है, जिसमें झारखंड मुक्ति मोर्चा के 27, कांग्रेस के 17 तथा राष्ट्रीय जनता दल और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-माले के एक-एक सदस्य हैं। दूसरी तरफ विपक्षी गठबंधन में 27 विधायक हैं, जिनमें भारतीय जनता पार्टी के 24 और ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन के तीन सदस्य हैं। तीन विधायक निर्दलीय हैं। शपथ लेने से पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन को 44 विधायकों के समर्थन का पत्र सौंपा था।
मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह विधानसभा में विश्वास मत जीतने के बाद होगा। मंत्रिमंडल में नए चेहरों को शामिल किये जाने की संभावना है।