प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज आंध्र प्रदेश के श्रीसत्य़ साईं जिले में आध्यात्मिक गुरू श्री सत्य साई बाबा के जन्मशती समारोह में भाग लिया।
श्री मोदी ने इस अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री एन.चंद्रबाबू नायडू के साथ सौ रूपये का विशेष स्मारक सिक्का तथा साईं बाबा के जीवन, शिक्षण और आध्यात्मिक विरासत पर विशेष डाक टिकटों का सेट जारी किया।
आयोजन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि श्री सत्य साईंबाबा की दिव्य अनुभूति में रहना हमेशा उनके लिए भावनात्मक और आध्यात्मिक अनुभव रहा है। उन्होंने कहा कि सेवा भावना हमेशा भारतीय सभ्यता की मूल पहचान रही है और सेवो परमधर्म सदियों से राष्ट्र का मार्ग निर्देशक सिद्धांत रहा है। उन्होंने कहा कि श्री सत्य साईबाबा आज भौतिक शरीर में मौजूद नहीं है, लेकिन प्रेम, सेवा और भाईचारे के उनके शाश्वत सिद्धांत पूरे विश्व में श्रद्धालुओं का मार्गदर्शन करते रहेंगे।
प्रधानमंत्री ने श्री सत्य साई ट्रस्ट के सेवा कार्यों की सराहना की। उन्होंने गुजरात भूकंप के दौरान ट्रस्ट के योगदान तथा सुकन्या समृद्धि योजना के तहत 20 हजार खाते खोलने की ट्रस्ट की पहल का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि पूरे देश में आज तक चार करोड़ से अधिक सुकन्या समृद्धि खाते खुल चुके हैं, जो बालिकाओं की मजबूत वित्तीय सुरक्षा का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि देश विकसित भारत के लक्ष्य की ओर पूरे विश्वास से बढ़ रहा है। श्री मोदी ने प्रत्येक नागरिक से इस विकास यात्रा में योगदान करने की अपील की। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने सामाजिक सुरक्षा दायरे का विस्तार किया है और वर्ष 2014 में 25 करोड़ लोगों से बढ़कर वर्तमान में सौ करोड़ लोग इसमें शामिल हो चुके हैं।
इससे पहले, प्रधानमंत्री ने पुट्टुपर्थी में प्रशांति निलयम में महा समाधि पर विशेष पूजा अर्चना की। उन्होंने गोदानम कार्यक्रम में भी भाग लिया और चार किसानों को पारंपरिक सहायता और कृतज्ञता स्वरूप गऊ दान किया।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन.चंद्रबाबू नायडू, उप मुख्यमंत्री के.पवन कल्याण, केन्द्रीय मंत्री के.राममोहन नायडू, जी.किशन रेड्डी, भूपति राजू श्रीनिवास वर्मा तथा सत्य साई केन्द्रीय ट्रस्ट के प्रबंध ट्रस्टी आर.जे.रत्नाकर और जाने-माने क्रिकेट खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर भी इस अवसर पर उपस्थित थे।