बांग्लादेश में प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री शेख हसीना के बातचीत के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है और उनके इस्तीफे की एक सूत्री मांग की घोषणा की है। आरक्षण सुधार आंदोलन के समन्वयकों ने कल ढाका में एक बड़ी रैली में यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि वे रविवार यानी आज से असहयोग आंदोलन शुरू करेंगे। हिंसा को समाप्त करने के लिए बातचीत के प्रधानमंत्री के आह्वान के बावजूद उन्होंने यह घोषणा की।
इस बीच, बांग्लादेश सेना के प्रमुख जनरल वकार-उज़-ज़मां ने कल मौजूदा सुरक्षा स्थिति पर सेना अधिकारियों को संबोधित किया। उन्होंने इस संबंध में सेना को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आंदोलनकारियों की सभी मांगें मान ली गई हैं। सेना प्रमुख ने आंदोलनकारियों से असहयोग आंदोलन शुरू न करने और वापस लौटने का आग्रह किया। उन्होंने ढाका और आसपास के जिलों में आज से सवेरे 6 बजे से रात 9 बजे तक कर्फ्यू में ढील देने की घोषणा भी की।
इससे पहले, कल प्रधानमंत्री शेख हसीना ने आंदोलन के दौरान हिरासत में लिए गए सभी विद्यार्थियों को रिहा करने का आदेश दिया। उन्होंने यह निर्देश देशव्यापी असहयोग आंदोलन की घोषणा होने के एक दिन बाद दिया है।