जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा हो चुकी है। जम्मू-कश्मीर की 90 सीटों के लिए तीन चरणों में चुनाव होंगे तो वहीं हरियाणा की सभी 90 सीटों के लिए एक ही चरण में मतदान होगें। आपको बता दें की जम्मू-कश्मीर के पहले चरण में 24 सीटों के लिए 18 सितंबर, दूसरे चरण में 26 सीटों के लिए 25 सितंबर और तीसरे चरण में 40 सीटों के लिए 1 अक्तूबर को मतदान होगा और चुनाव के नतीजे 4 अक्तूबर को घोषित किए जाएंगे। हरियाणा विधानसभा के सभी 90 सीटों पर 1 अक्तूबर को मतदान होगा। दोनों विधानसभा चुनाव के नतीजे 4 अक्तूबर को आएंगे।
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद यह पहला विधानसभा चुनाव होगा। 10 साल बाद होने वाला यह विधानसभा चुनाव कई मायनों में खास होगा, क्योंकि 2014 में जब आखिरी बार यहां विधानसभा चुनाव हुए थे, तब से अब तक काफी कुछ चीजें बदल गई हैं। सीटों की संख्या में बढ़ोतरी हुई ही हैं और 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद, जम्मू-कश्मीर दो हिस्सों में बंट गया। पहला- जम्मू-कश्मीर और दूसरा- लद्दाख। दोनों ही अब केंद्र शासित प्रदेश हैं। जम्मू-कश्मीर में विधानसभा है, जबकि लद्दाख में ऐसा नहीं है। विधानसभा चुनाव के लिए नई मतदाता सूची 20 अगस्त, 2024 को जारी की जाएगी।
राज्य में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि लोकसभा चुनाव के बाद जम्मू-कश्मीर में स्थितियां बदली है और लोकतंत्र मजबूत हो रहा है। श्री राजीव कुमार ने कहा कि लोकसभा चुनाव में जम्मू-कश्मीर में मतदान केंद्रों पर लंबी कतारें इस बात का प्रमाण हैं कि लोग न केवल बदलाव चाहते हैं बल्कि उस बदलाव का हिस्सा बनकर अपनी आवाज भी उठाना चाहते हैं। जम्मू-कश्मीर के लोगों ने लोकसभा चुनाव में बुलेट के बजाय बैलेट को चुना।
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस
हरियाणा विधानसभा का पिछला चुनाव अक्तूबर 2019 में हुआ था जिसका कार्यकाल 3 नवंबर 2024 को समाप्त होने वाला है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि हरियाणा की तैयारियों का जायजा लिया गया है। 27 अगस्त को मतदाता सूची प्रकाशित होगी। कोई मतदाता छूट गया तो नामांकन से पहले वह जुड़वा सकता है।