वकीलों के अखिल भारतीय संगठन ने कहा है कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट देश की आर्थिक प्रगति में व्यवधान पहुंचाने की अंतरराष्ट्रीय साजिश है। संगठन ने केन्द्र सरकार को पत्र लिखकर कहा है कि इस रिपोर्ट के मूल प्रयोजन और प्रभाव की व्यापक जांच की जानी चाहिए। संगठन ने दावा किया है कि यह रिपोर्ट भारत विरोधियों के अंतरराष्ट्रीय प्रयास का हिस्सा है और एक ऐसे समय में जारी की गई है जब देश में आर्थिक प्रगति और स्थिरता का माहौल है। संगठन के अध्यक्ष आदिश सी. अग्रवाल ने आरोप लगाया कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट शत्रु देशों की रणनीति का हिस्सा हो सकती है, ताकि केन्द्र सरकार और देश के बडे उद्यमों की छवि खराब हो।
श्री अग्रवाल ने कहा कि भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड-सेबी की अध्यक्ष माधबी पुरी बुच और उनके पति पर हिंडनबर्ग रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों में कोई दम नहीं है।