सोमवती अमावस्या पर आज गंगा समेत अन्य नदियों में श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। चित्रकूट में सोमवती अमावस्या मेले में लाखों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने पवित्र मंदाकिनी नदी में स्नान कर कामदगिरि पर्वत की परिक्रमा की। वाराणसी, अयोध्या, कानपुर नगर और अमरोहा समेत अन्य स्थानों पर श्रद्धालुओं ने पवित्र नदियों में स्नान कर दान पुण्य किया। प्रयागराज में लाखों की संख्या में भक्तों ने गंगा नदी में डुबकी लगाई।
हमारे प्रतिनिधि ने बताया कि,आज सोमवती अमावस्या पर पवित्र त्रिवेणी संगम में श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाकर सुख-समृद्धि की कामना की। भोर पहर से ही संगम घाट पर श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान कर भगवान सूर्य व भगवान विष्णु का मंत्रोच्चारण के साथ घाट पर जल अर्पित कर पूजन किया और जरूरतमंदों में अनाज और वस्त्र दान किया। इस बार भादव अष्टमी को सोमवती अमावस्या सोमवार को पड़ा है। सनातन धर्मावलंबी महिलाएं अखंड सौभाग्य के लिए आज के दिन व्रत रखकर पीपल के वृक्ष की पूजा और परिक्रमा करके कच्चे सूत का फेरी देती है। सोमवार चंद्र देवता कों समर्पित दिन है। भगवन चंद्र को मन का कारक माना जाता है अतः इस दिन अमावस्या पड़ने का अर्थ है कि यह मन संबंधित दोषों को दूर करने के लिए उत्तम है। त्रिवेणी संगम सहित अन्य प्रमुख घाटों पर जलस्तर बढ़ने चलते जल पुलिस के द्वारा घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था के विशेष इंतजाम किए गए थे।