शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने नीट मुद्दे पर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का स्वागत किया है और कहा है कि अंत में सत्य सामने आया है। शीर्ष न्यायालय के फैसले पर मीडिया को संबोधित करते हुए श्री प्रधान ने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार पारदर्शी, हेराफेरी मुक्त और शून्य त्रुटि वाली परीक्षा प्रणाली के प्रति वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकार राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी को दोषमुक्त संगठन बनाने के प्रति भी समर्पित है। उन्होंने जोर देकर कहा कि नीट घोटाले में शामिल दोषियों को बक्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि परीक्षा एजेंसी को पूरी तरह दुरुस्त करने के लिए उच्च स्तरीय समिति बनाई गई है और समिति ने विशेषज्ञों की राय एकत्र की है तथा विभिन्न मॉडलों का अध्ययन किया है।
शिक्षा मंत्री ने इस मुद्दे पर कांग्रेस के रवैये की निंदा की और आरोप लगाया कि विपक्ष के नेता राहुल गांधी भारतीय शिक्षा प्रणाली पर संदेह जताकर देश के लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि श्री गांधी नीट मुद्दे पर नागरिक असंतोष और अराजकता पैदा करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने विपक्ष से मांग की कि वह विद्यार्थियों से माफी मांगे।