महाराष्ट्र में 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार अभियान के दौरान कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने आज जनजातीय समुदाय की अनदेखी के लिए एनडीए सरकार पर निशाना साधा। नांदेड़ और नंदुरबार जिलों में रैलियों को संबोधित करते हुए उन्होंने दावा किया कि भाजपा जनजातीय समुदाय को भूमि, जल और जंगल पर उनके अधिकारों से वंचित करना चाहती है। श्री गांधी ने कहा कि कांग्रेस संविधान और आरक्षण अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इगतपुरी में रैली को संबोधित किया, जबकि शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख ने अहिल्या नगर जिले के श्रीगोंडा में एक रैली को संबोधित किया।
शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने रत्नागिरी जिले के दापोली में रैली को संबोधित करते हुए, बेरोजगारी का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि महाविकास अघाड़ी युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देगी, इसके अलावा किसानों का ऋण माफ किया जाएगा और महिलाओं को तीन हजार रुपये मासिक भत्ता देगी।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी -एस पी नेता सुप्रिया सुले ने नाशिक में कहा कि महायुति की ‘लड़की बहिन योजना’ सिर्फ एक चुनावी मुद्दा है, जिसे महायुति ने महिला मतदाताओं को लुभाने के लिए पेश किया है।
उधर, भाजपा नेता जयराम ठाकुर ने पुणे में कहा कि कांग्रेस सिर्फ झूठे वादे ही कर सकती है। उन्होंने नागरिकों से महायुति उम्मीदवारों को वोट देने का आग्रह करते हुए कहा कि भाजपा-शिवसेना-एनसीपी गठबंधन विकास सुनिश्चित करेगा और सभी वादों को पूरा करेगा।
भाजपा नेता और गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने भी पुणे में संवददाता सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि महायुति सरकार समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है और महिलाओं, युवाओं, किसानों तथा दलितों की भलाई के लिए विशिष्ट योजनाएं ला रही है।
उपमुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजित पवार ने जहां डिंडोरी में रैली को संबोधित किया, वहीं मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने पुणे और भिवंडी में रैलियों को संबोधित किया।