भारत ने रूस के सेंट पीटर्सबर्ग की ब्रिक्स बैठक में स्टैंडअलोन सतत विकास लक्ष्य के रूप में संस्कृति को स्वीकृति देने की आवश्यकता को दोहराया। भारत ने 2030 वैश्विक विकास एजेंडे के बाद एकक लक्ष्य के रूप में संस्कृति के महत्व को मान्यता देने का पक्ष लिया है। भारत ने आर्थिक विकास, सामाजिक समावेशन और सतत विकास को बढ़ावा देने में संस्कृति की परिवर्तनकारी संभावना का उल्लेख किया। ब्रिक्स संस्कृति मंत्रियों की नौंवीं बैठक को संबोधित करते हुए संस्कृति मंत्रालय के सचिव अरूनीश चावला ने वैश्विक विकास कार्यनीतियों में संस्कृति को स्थान देने की आश्यकता पर बल दिया है। उन्होंने ब्रिक्स देशों को रचनात्मक उद्योग, नवाचार और रोजगार सृजन तथा आर्थिक विकास और सामाजिक विकास को बढ़ावा देने के लिए अपनी सामूहिक सांस्कृतिक शक्तियों का लाभ उठाने की आवश्यकता का उल्लेख किया। ब्रिक्स संस्कृति मंत्रियों के चार सदस्यीय शिष्टमंडल ने संस्कृति की शक्ति का उपयोग करने का सुझाव दिया। संस्कृति आर्थिक विकास और सामाजिक समावेशन को बढ़ावा देने का मुख्य आधार है।