ग्रीष्मकाल में संभावित पेयजल संकट को लेकर पौड़ी के जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने एनआईसी कक्ष में संबंधित अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने कंट्रोल रूम में दर्ज पेयजल शिकायतों की पुष्टि, शिकायतकर्ताओं से कराने और समय पर समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जहां पानी की किल्लत की संभावना है, वहां समय से टैंकरों के जरिए आपूर्ति की जाए। जल लाइन लीक होने की स्थिति में तत्काल मरम्मत और रिपोर्टिंग के लिए ग्राम पंचायत व राजस्व विभाग को भी जिम्मेदारी सौंपी गई।
बुडोली गांव में अनियमित जल आपूर्ति की शिकायतों पर गंभीर रुख अपनाते हुए जल निगम श्रीनगर को जांच के निर्देश दिए गए। 10 दिन में शिकायतों का समाधान न करने पर संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही तय करने की चेतावनी दी गई है।
जल जीवन मिशन की समीक्षा में कार्यों की धीमी प्रगति पर जिलाधिकारी ने कोटद्वार और पौड़ी के संबंधित विभागों पर नाराजगी जताई और तेजी लाने को कहा।