हाथरस में धार्मिक कार्यक्रम में हुई भगदड़ के चलते मरने वालों की संख्या बढ़कर 121 हो गई। गंभीर रूप से घायल 28 लोगों का अलीगढ़, आगरा, एटा और हाथरस के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
यह भगदड़ कल सिकंदराराऊ तहसील के फुलराई गांव में कथा वाचक भोले बाबा के सत्संग में हुई। अधिकारियों ने बताया कि भगदड़ तब मची जब कार्यक्रम खत्म होने के बाद श्रद्धालुओं ने भोले बाबा की एक झलक पाने की कोशिश की।
राज्य के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने बताया कि अब तक 72 शवों की पहचान की जा चुकी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना के कारणों का पता लगाने और भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए घटना की गहन जांच के आदेश दिए हैं। मामले की जांच के लिए आगरा जोन के अपर महानिदेशक की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय कमेटी गठित की गई है, जो 24 घंटे के भीतर अपनी रिपोर्ट देगी।
इस घटना पर राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने दुख जताया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि घटना में महिलाओं और बच्चों समेत श्रद्धालुओं की मौत दिल दहला देने वाली है।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण परिस्थिति में लोगों की मौत के बारे में जानकर उन्हें गहरा दुख हुआ है। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की। इस दुखद घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार पीड़ितों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराने में जुटी है।
प्रधानमंत्री ने दुर्घटना में प्रत्येक मृतक के निकटतम परिजन के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की है। घायलों को 50-50 हजार रुपये दिये जायेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी मृतकों के परिवारों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।
उत्तर प्रदेश पुलिस मैनपुरी जिले के राम कुटीर चैरिटेबल ट्रस्ट में हाथरस में सत्संग आयोजित करने वाले कथा वाचक भोले बाबा की तलाश में अभियान चला रही है।
इस बीच, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज सुबह 11 बजे हाथरस जायेंगे। वे वहां जिला अस्पताल में भर्ती घायलों से मुलाकात करेंगे। श्री योगी बाद में आगरा के लिए रवाना हो जाएंगे।