केंद्रीय उपभोक्ता कार्य, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री प्रह्लाद जोशी ने गन्ने के टिकाऊ और विविध उत्पादन के लिए वैश्विक सहयोग का आह्वान किया है। दिल्ली में 64वीं अंतर्राष्ट्रीय गन्ना संगठन-आईएसओ परिषद की बैठक के दौरान एक कार्यशाला को संबोधित करते हुए श्री जोशी ने कहा कि किसी योजना का कार्यान्वयन करते हुए उपभोक्ता, किसानों और उद्योग के हितों में संतुलन स्थापित करना आवश्यक है। उन्होंने कार्यशाला के सदस्यों को एकजुट होने का आग्रह किया। उन्होंने कम जल के प्रयोग और अधिकतम उपयोग वाली फसलों का उत्पादन करने का आग्रह किया। श्री जोशी ने कहा कि स्वच्छ ईंधन उत्पादित करने की क्षमता के कारण गन्ने का मूल्य एक नई ऊंचाई तक पहुंच चुका है।
मीडिया से बातचीत में श्री जोशी ने आशा व्यक्त की कि भारत अंतर्राष्ट्रीय गन्ना संगठन की बैठक की मेजबानी 12 वर्षों के बाद कर रहा है। इस बैठक में किसानों के कल्याण, उपभोक्ता कल्याण और जल संरक्षण पर नए विचारों पर मंथन किया जाएगा।
64वीं आईएसओ की बैठक की मेजबानी नई दिल्ली में की जा रही है। इस तीन दिवसीय बैठक में तीस से अधिक देश और कई अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि, गन्ना और जैव ईंधन क्षेत्र के महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श करने के लिए भागीदारी कर रहे हैं।