केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा है कि किश्तवाड़ के चिसोती गांव में बादल फटने के बाद लापता और मलबे में दबे लोगों का पता लगाना तत्काल प्राथमिकता है। डा. सिंह बादल फटने से प्रभावित चिसोती गांव शुक्रवार आधी रात पहुंचे और बचाव और राहत कार्यों का जायजा लिया।
उन्होंने कहा कि शायद पहली बार इस क्षेत्र में इतनी बड़ी आपदा आई है। डॉ. सिंह ने एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, वायु सेना, बीआरओ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के समन्वित प्रयासों की सराहना की, जो खराब मौसम और दुर्गम भूभाग के बावजूद चौबीसों घंटे बचाव कार्य में लगे हुए हैं।
उन्होंने बताया कि उधमपुर में तैनात हेलीकॉप्टर खराब मौसम के कारण गाँव तक नहीं पहुंच सके, लेकिन कहा कि अन्य सभी उपकरण रात में वहां पहुंचा दिए गए। डॉ. सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व्यक्तिगत रूप से स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और उन्होंने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला तथा उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा से बात की है।
इस आपदा में कम से कम 60 लोगों की जान गई है, 100 से अधिक लोग घायल हुए हैं और बड़े पैमाने पर तबाही हुई है।