केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज नई दिल्ली में राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क-एनआईआरएफ इंडिया रैंकिंग-2025 जारी किया। रैंकिंग में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-आईआईटी मद्रास शीर्ष पर है। इसके बाद भारतीय विज्ञान संस्थान, बेंगलुरु और आईआईटी बॉम्बे को स्थान मिला है।
इस अवसर पर श्री प्रधान ने कहा कि 2014-15 में उच्च शिक्षा क्षेत्र में तीन करोड 50 लाख से भी कम छात्र थे, जो अब बढ़कर चार करोड 50 लाख हो गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य इस आकडे को वर्ष 2030 तक दोगुना करने का है।
श्री प्रधान ने बताया कि 2014 में, क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग की शीर्ष 500 श्रेणी में भारत के 11 संस्थान थे, जो अब बढ़कर 54 हो गए हैं। वहीं, टाइम्स हायर एजुकेशन रैंकिंग में भारत का स्थान 49 से बढ़कर 113 हो गया है। उन्होंने कहा कि भारत के छह आईआईएम और दो बिज़नेस स्कूल अब फाइनेंशियल टाइम्स ग्लोबल एमबीए रैंकिंग में शीर्ष 100 में शामिल हैं।
इसके अलावा, आईआईटी मद्रास ने इंजीनियरिंग संस्थानों की श्रेणी में जबकि आईआईएम, अहमदाबाद ने प्रबंधन संस्थानों की श्रेणी में, दिल्ली के एम्स ने मेडिकल श्रेणी में और नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु ने विधि संस्थानों की श्रेणी में पहला स्थान पाया है।