नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रह्लाद जोशी ने विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए नवीकरणीय ऊर्जा के महत्व पर बल दिया है। श्री जोशी ने आज मेहसाणा में वाइब्रेंट गुजरात क्षेत्रीय सम्मेलन में हरित ऊर्जा पारिस्थितिकी तंत्र पर एक संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश अभूतपूर्व ऊर्जा उपयोग में परिवर्तन का साक्षी बन रहा है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में देश में कुल सौर ऊर्जा उत्पादन केवल दो गीगावाट था, लेकिन अब देश में 125 गीगावाट ऊर्जा का उत्पादन सौर ऊर्जा से होता है।
श्री जोशी ने वर्ष 2047 तक विकसित भारत का सपना साकार करने के लिए भारत को एक विनिर्माण केंद्र के रूप में विकसित करने पर बल दिया। उन्होंने ऊर्जा को विनिर्माण के मूलभूत घटकों में से एक बताया। श्री जोशी ने बताया कि गुजरात में पिछले पाँच महीनों में देश में 23 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन किया है। उन्होंने कहा कि राज्य वर्ष 2030 से पहले 100 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा का लक्ष्य पूरा करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।