भारत ने यूक्रेन संघर्ष के समाधान के लिए हाल के प्रयासों का स्वागत किया है और कहा है कि इस समस्या का समाधान बातचीत और कूटनीति से ही निकल सकता है। हालांकि, भारत ने ईधन की क़ीमतों में बढ़ोत्तरी सहित युद्ध के अन्य परिणामों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि पिछड़े देशों को अपने हाल पर छोड़ दिया गया है।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि पी. हरीश ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में यूक्रेन संघर्ष पर चर्चा के दौरान युद्ध समाप्ति के लिए हर प्रयास के प्रति समर्थन व्यक्त किया। उन्होंने 15 अगस्त को अमरीका में राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाक़ात में हुई प्रगति की सराहना की और कहा कि भारत शांतिपूर्ण समाधान के प्रयोजन से कूटनयिक प्रयास के लिए तैयार है।
श्री हरीश ने यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की, रूस के राष्ट्रपति पुतिन और यूरोपीय नेताओं के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हाल की चर्चा का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि सभी पक्षों के ईमानदार प्रयास से ही टिकाऊ शांति आ सकती है।