श्री डोभाल और श्री सुलिवन द्विपक्षीय रक्षा औद्योगिक सहयोग की नई रूपरेखा पर भी विचार-विमर्श करेंगे। इसका उद्देश्य जेट इंजन और अन्य महत्वपूर्ण प्रणालियों के संयुक्त विकास को बढ़ावा देना है। भारत के साथ समायोजी सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला बनाने के संयुक्त उपायों पर भी विचार होने की संभावना है। इसके अलावा अंतरिक्ष सहयोग, क्वांटम कम्प्यूटिंग और आधुनिक दूरसंचार पर भी चर्चा होगी।
श्री सुलिवन, उप विदेश मंत्री कर्ट कैंपबेल और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर से भी मिलेंगे।