राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ-आरएसएस के सौ वर्ष पूरे होने पर, संघ के सरकार्यवाह, दत्तात्रेय होसबोले ने जोर देते हुए कहा है कि संघ के स्वयंसेवक, देश सेवा से जुड़े अभियान में सहयोग और भागीदारी के लिए समाज के सभी वर्गों तक पहुँचने का विशेष प्रयास करेंगे। श्री होसबोले ने कहा कि सभी के समन्वित प्रयासों के माध्यम से राष्ट्र यात्रा का अगला चरण समग्र विकास की ओर अग्रसर होगा।
जन समर्थन के साथ संघ @ सौ शीर्षक से लिखे गए एक ब्लॉग में उन्होंने कहा कि संघ की पिछले सौ वर्षों की यात्रा में, देश भर से मिले जन समर्थन ने इस अभियान की सफलता सुनिश्चित की है।
श्री होसबोले ने कहा कि आर एस एस के आरम्भिक वर्षों में, युवा कार्यकर्ताओं ने राष्ट्र प्रेम से प्रेरित होकर समर्पित योद्धाओं की तरह काम किया। उन्होंने आरएसएस नेताओं — डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार, अप्पाजी जोशी, दादाराव परमार्थ, बालासाहेब और भाऊराव देवरस बंधु, यादवराव जोशी और एकनाथ रानाडे के योगदान को भी याद किया।
उन्होंने कहा कि दत्तोपंत ठेंगड़ी, यशवंतराव केलकर, बालासाहेब देशपांडे, एकनाथ रानाडे, दीनदयाल उपाध्याय और दादासाहेब आप्टे जैसी हस्तियों ने संघ से शक्ति प्राप्त की और सामाजिक जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में अनेक संगठनों का निर्माण किया। उन्होंने बल देते हुए कहा कि इन संगठनों ने अभूतपूर्व प्रगति की है और विभिन्न क्षेत्रों में रचनात्मक परिवर्तन लाए हैं।
श्री होसबोले ने कहा कि संघ की प्रगति सदैव समाज के निरंतर सहयोग पर निर्भर रही है। उन्होंने कहा कि संघ ने दशकों से राष्ट्रीय महत्व के अनेक मुद्दे उठाते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा, सामाजिक समरसता, लोकतंत्र और संस्कृति के संरक्षण के मुद्दों पर सहमति और सहयोग की मांग की है। श्री होसबोले ने हजारों स्वयंसेवकों की सेवा का भी स्मरण किया जिन्होंने घोर कष्ट सहते हुए अपने प्राणों की आहुति दी।