देश में टमाटर की खुदरा कीमतें अस्थायी स्थानीय कारणों से बढ़ रही
सरकार ने आज कहा कि देश में टमाटर की खुदरा कीमतें किसी प्रकार के बुनियादी मांग-आपूर्ति असंतुलन या उत्पादन की कमी के बजाय अस्थायी स्थानीय कारणों से बढ़ रही हैं। उपभोक्ता कार्य, खाद्य और जनवितरण मंत्रालय ने कहा कि जुलाई के पिछले सप्ताह के बाद देश के उत्तर-पश्चिमी और उत्तरी क्षेत्रों में तेज बारिश के कारण दिल्ली में टमाटर की कीमतें 73 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच चुकी हैं। उनका कहना है कि मौसम संबंधी बाधाओं के कारण टमाटर की कीमतें जुलाई महीने के अंत तक 85 रुपये प्रति किलोग्राम तक गई हैं। मंत्रालय ने कहा कि पिछले सप्ताह आजादपुर मंडी में माल के दैनिक आगम में स्थिरीकरण के कारण खुदरा कीमतों में गिरावट आनी शुरू हुई है।
भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता महासंघ-एनसीसीएफ ने चार अगस्त 2025 के बाद आजादपुर मंडी से टमाटरों की खरीदारी शुरू की है और उन्हें कम लाभ पर उपभोक्ताओं को बिक्री कर रही है। एनसीसीएफ ने अब तक 47 से 60 रुपये प्रति किलोग्राम के खुदरा मूल्य पर 27 हजार किलोग्राम से अधिक टमाटर की बिक्री की है। एनसीसीएफ के आउटलेट नेहरू प्लेस, उद्योग भवन, पटेल चौक और शहर के विभिन्न स्थानों पर संचालित छह से सात मोबाइल वाहनों के जरिए टमाटरों की खुदरा बिक्री हो रही है।
मंत्रालय ने कहा कि चेन्नई और मुंबई जैसे प्रमुख शहरों में इस तरह की मूल्य वृद्धि नहीं हुई है। चेन्नई में टमाटर की कीमत 50 रुपये प्रति किलोग्राम और मुंबई में 58 रुपये प्रति किलोग्राम है। फिलहाल टमाटर का अखिल भारतीय औसत खुदरा मूल्य 52 रुपये प्रति किलोग्राम है, जो पिछले वर्ष के 54 रुपये प्रति किलोग्राम से कम है। मंत्रालय ने कहा कि पिछले वर्षों के उलट आलू, प्याज और टमाटर जैसी मुख्य सब्जियों की कीमतें इस मानसून सीजन में नियंत्रण में है। पिछले वर्ष की तुलना में प्याज और आलू के अधिक उत्पादन के कारण पर्याप्त आपूर्ति हो रही है। इसके साथ ही सरकारी बफर स्टॉक और निरंतर मूल्य स्थिरता भी बनी हुई है।