भारत और मोजाम्बिक के राजनयिक संबंधों के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में नौसेना का पहला स्क्वाड्रन मोज़ाम्बिक पहुँच गया है। रक्षा मंत्रालय के अनुसार स्क्वाड्रन में शामिल आईएनएसटीआईआर, आईएनएस शार्दुल, आईएनएस सुजाता और आईसीजीएस सारथी कल मापुटो पहुँच गए। इस स्क्वाड्रन का नेतृत्व कैप्टन तिजो के. जोसेफ कर रहे थे। उनका स्वागत मोज़ाम्बिक नौसेना और रक्षा सलाहकार ने किया।
मंत्रालय ने बताया है कि चार दिन की यात्रा के दौरान, भारतीय स्क्वाड्रन मोज़ाम्बिक नौसेना के साथ विभिन्न संयुक्त प्रशिक्षण गतिविधियों में भाग लेगा। इनमें नौवहन, संचार, गोताखोरी, अग्निशमन और क्षति नियंत्रण पहलुओं पर प्रशिक्षण शामिल है। इस प्रशिक्षण से नौसेनाओं के बीच बेहतर समझ और अंतर-संचालन क्षमता विकसित होगी।
यह यात्रा एक पीएएसएसईएक्स और मोज़ाम्बिक के ईईजेड की संयुक्त निगरानी के साथ समाप्त होगी।
 
									 
		 
									 
									 
									 
									