श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर मणिमहेश डल झील में छोटे न्हौण (स्नान) के साथ ही चंबा जिला की विश्वविख्यात मणिमहेश यात्रा आज से आधिकारिक रूप से
आरम्भ हो गई। राधाष्टमी पर शाही स्नान के साथ 11 सितम्बर को इस यात्रा का समापन होगा। आज हजारों श्रद्धालुओं ने मणिमहेश डल झील में आस्था की डुबकी लगाई तथा कैलाश पर्वत के दर्शन किए। अब तक देश के विभिन्न राज्यों से करीब 50 हजार श्रद्धालु यात्रा कर चुके हैं तथा श्रद्धालुओं का निरंतर यहां आना जारी है। समुद्र तल से करीब 13 हजार 500 फुट की ऊंचाई पर स्थित मणिमहेश डल झील तक श्रद्धालु हड़सर से 13 किलोमीटर का पैदल सफर तय कर पहुंचते हैं। वहीं यात्रियों की सुविधा हेतु हैली टैक्सी की सुविधा भी उपलब्ध करवाई गई है तथा काफी संख्या में यात्री भरमौर से गौरीकुंड तक हैली टैक्सी के जरिये भी पहुंच रहे हैं।
वहीं उपायुक्त चंबा मुकेश रेपसवाल के अनुसार चंबा की मणिमहेश यात्रा आधिकारिक रूप से श्री कृष्ण जन्माष्टमी से शुरू हो गई है जो 11 सितम्बर तक चलेगी। यात्रियों के लिए हैली टैक्सी सुविधा 22 अगस्त से ही उपलब्ध करवा दी गई थी। उनके अनुसार मणिमहेश यात्रियों के लिए जगह जगह लंगर, आवास, घोड़े, मेडिकल कैंप सहित अन्य सुविधाएं प्रशासन की तरफ से मुहैया करवाई गई हैं ताकि यात्रियों को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होने अपील की है कि अधिकाधिक यात्री इस पवित्र यात्रा पर आएं। उन्होंने कहा का यात्री अपना पंजीकरण करवाकर ही यात्रा पर आएं। उपायुक्त के अनुसार भविष्य में किसी भी आपदा से निपटने के लिए यात्रा के दौरान तीनों मुख्य रूट पर एन.डी.आर.एफ. तथा एस.डी.आर.एफ. की टीमें भी तैनात की गई हैं। वस्तुओं के मूल्य भी निर्धारित किए गए हैं ताकि यात्रियों को किस तरह की असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुविधा हेतु पर्याप्त मात्रा में शौचालय भी स्थापित किए गए हैं।